भाजपा के कार्यक्रम में रविवार को राष्ट्रीय अध्यक्ष जेपी नड्डा और केन्द्रीय मंत्री अमित शाह ने पटना में हिस्सा लिया। दूसरी तरफ जदयू कार्यालय में अतिपिछड़ा प्रकोष्ठ की बैठक बुलायी गई थी। मुख्य विपक्षी पार्टी राष्ट्रीय जनता दल ने एक वीडियो सोशल मीडिया पर पोस्ट किया है। राजद ने लिखा है कि- ‘जदयू के राष्ट्रीय अध्यक्ष ललन सिंह की जदयू प्रदेश कार्यालय की बैठक में आए जदयू नेताओं के लिए एंबुलेंस से आया खाना! यहां मरीजों या शवों के लिए परिजनों को एंबुलेस नहीं मिलता है पर बालू व शराब ढ़ोने के लिए राजीव प्रताप रूढ़ी को और खाना ढ़ोने के लिए जदयू को आसानी से एंबुलेंस मिल जाता है! कमाल का सुशासन है!’
यह एंबुलेंस नहीं स्टाफ कार, जदयू ने एक्शन लिया है- नवीन आर्या
उन्होंने कहा कि बात का बतंगड़ बनाया जा रहा है। उन्होंने यह भी कहा कि यह ‘एंबुलेंस’ नहीं ‘स्टाफ कार’ है। डॉ. आर्या ने कहा कि जिस फर्म को आर्डर दिया गया था उसकी ओर से इसमें भरकर भोजन लाया गया था। अब जदयू ने तय किया है कि आगे से अपनी गाड़ी भेजकर ही भोजन मंगवाया जाएगा। इस फर्म से अब आगे से भोजन भी नहीं मंगाया जाएगा। पार्टी का इसमें कोई रोल नहीं है। यह हमें नहीं पता था कि वे किस गाड़ी से भोजन भेजेंगे। जाम से बचने के लिए भी ऐसा किया गया तो गलत
बता दें कि जिस गाड़ी से जदयू कार्यालय में आयोजित अतिपिछड़ा प्रकोष्ठ की बैठक में शामिल नेताओं-कार्यकर्ताओं के लिए भोजन आया उस पर आगे एंबुलेंस लिखा हुआ दिख रहा है। यह भी हो सकता है कि भाजपा के कार्यक्रम की वजह सड़क जाम से बचने के लिए भोजन लाने वाले ने एंबुलेंस का इस्तेमाल किया गया हो! इसे एंबुलेंस का दुरुपयोग ही माना जाएगा।
यह तो संवेदनहीनता की हद – राजद
राजद के प्रवक्ता मृत्युंजय तिवारी ने कहा कि जदयू की बैठक में शामिल नेताओं-कार्यकर्ताओं के लिए एंबुलेंस से खाना मंगाना जरुरतमंद मरीजों के साथ खिलवाड़ है। गाड़ी पर लिखा भी हुआ था कि वह एंबुलेंस है। ऐसी की संवेदनहीनता की वजह से जरुरतमंद मरीज को समय पर एंबुलेंस नहीं मिल पाता और उनकी मौत हो जाती है। यह संवेदनहीनता की हद है।