देश के 200 से अधिक स्थानों पर रास्ता रोको आंदोलन.
*दिनांक 15.03.2023 बुधवार को दिल्ली में श्रमशक्ति भवन के सामने EPS95 पेंशनधारकों ने मौन रहकर चार सूत्रीय मांगों को लेकर धरना प्रदर्शन किया.
इस आंदोलन के साथ ही EPS-95 पेंशनर्स की राष्ट्रीय संघर्ष समिति के [NAC] के अध्यक्ष कमांडर अशोक राऊत के मार्गदर्शन में देश के कई राज्यों में 200 से अधिक स्थानों पर रास्ता रोको आंदोलन वृद्ध पेंशनर्स द्वारा किया गया इन राज्यों में महाराष्ट्र, मध्य प्रदेश, गुजरात, राजस्थान, पंजाब, उत्तर प्रदेश, उत्तराखंड, हरियाणा, पश्चिम बंगाल, आसाम,छत्तीसगढ़, बिहार, झारखंड, ओडिशा,आंध्र प्रदेश, तेलंगाना, कर्नाटक, तमिलनाडु, केरल, गोवा इत्यादि राज्यों का समावेश है.
ज्ञात हो कि दो बार माननीय प्रधान मंत्री जी और कई बार श्रम मंत्री जी ने वादे किए , मांगें नहीं मानी जाने के कारण पेंशनधारकों में काफी रोष है व इसीलिए आज वृद्ध पेंशनर्स को सड़कों पर उतरना पड़ा. कई जगहों पर पुलिस प्रशासन व पेंसनर्स के बीच नाक झोंक की खबरें भी मिली हैं।
NAC के राष्ट्रीय अध्यक्ष कमांडर अशोक राऊत को भी बुलढाना आंदोलन के दरम्यान पुलिस प्रशासन द्वारा आंदोलन स्थल से स्थान बद्ध करने की भी खबर आई है। आंदोलन समाप्त होने पर उन्हे छोड़ दिया गया। इस देश व्यापी रास्ता रोको आंदोलन के माध्यम से माननीय प्रधानमन्त्री जी से विशेष निवेदन किया गया हैं कि माननीय महोदय पेंशनर्स की भावनाओ को व इस विषय की गम्भीरता को समझते हुए संसद के सत्र में पेंशनर्स की मांगों को मंजूर कर उन्हे न्याय प्रदान करें जिससे यह वृद्ध पेंशनर्स अपना बचा हुआ जीवन सम्मान के साथ जी सकें. ज्ञातव्य हो कि यह EPS 95 पेंशनर्स मिनिमम पेंशन रु 1000/-को बढ़ाकर रु 7500/- करने व उसपर महंगाई भत्ते सहित मेडिकल सुविधा, सुप्रीम कोर्ट के निर्णयानुसार उच्च पेंशन की सुविधा व नॉन EPS सदस्यों के लिए रु.5000/-पेंशन की मांग कर रहे हैं