ओडिशा में मंगलवार को जनजाति नायक गोंड वीर सुरेंद्र साय की जयंती मनाई गई और राज्यों की विभिन्न जिले , संगठनों ने वीर सुरेंद्र साय की प्रतिमा पर माल्यार्पण कर दोनों महापुरुषों को नमन किया। गोंड समाज के गोंड नायक सुरेंद्र साई (23 जनवरी, 1809 – 28 फरवरी, 1884) एक भारतीय क्रांतिकारी थे जिन्होंने भारत में ब्रिटिश शासन के खिलाफ लड़ाई लड़ी थी । वीर सुरेंद्र साई और उनके गोंड सहयोगी माधो सिंह, कुंजाल सिंह, अरी सिंह, बैरी सिंह, उदंत साई, उज्जवल साई खगेश्वर देव, करुणाकर सिंह, सालेग्राम बरिहा, गोविंद सिंह, पहाड़ सिंह, राजी घसिया, कमल सिंह, हाती सिंह, सालिक राम बरिहा और अन्य ने भारत में ब्रिटिश उपनिवेशवाद के प्रसार को रोकने और ब्रिटिश अधिकारियों को पश्चिमी ओडिशा के अधिकांश हिस्सों पर नियंत्रण करने से रोकने के लिए मिलकर काम किया। समय सीमा 28 फरवरी, 1884 को संबलपुर के सुरेंद्र साईं की असीरगढ़ जेल में उनकी मृत्यु हो गई।