*मदरसों में किसी भी तरह की लापरवाही बर्दाश्त नहीं की जाएगी : मो तारिक*
*मदरसा आधुनिकीकरण शिक्षकों की बैठक में पिछले पांच वर्षो से वेतन ने मिलने पर शिक्षकों ने पीड़ा व्यक्त की*
*झांसी ।* अल्पसंख्यक कल्याण एवं वक्फ बोर्ड उपनिदेशक मो तारिक के मुख्यातीथ में मदरसा आधुनिकीकरण अध्यापकों की दो दिवसीय बैठक मदरसा इस्लामिया जामा मस्जिद निस्वां मिनी (आईटीआई) में संपन्न हुई। इस अवसर पर अध्यक्षता जिला अल्पसंख्यक कल्याण अधिकारी विपिन कुमार यादव ने की । बैठक में मदरसा शिक्षकों को पठन-पाठन एवं छात्रवृत्ति के लिए आवश्यक दिशा निर्देश दिए गए। इस दौरान जनपद के समस्त मदरसा आधुनिकीकरण शिक्षक मौजूद रहे ।
मदरसा आधुनिकीकरण शिक्षकों की बैठक को संबोधित करते हुए उपनिदेशक अल्पसंख्यक कल्याण एवं वक्फ बोर्ड मो तारिक ने कहा कि मदरसों में किसी भी तरह की लापरवाही बर्दाश्त नहीं की जाएगी, उन्होंने कहा कि जनपद में अल्पसंख्यक छात्रों की छात्रवृत्ति पर विशेष ध्यान दिया जाये, उन्होंने जनपद में संचालित मदरसा आधुनिकीकरण योजना से अच्छादित मदरसों में छात्रवृत्ति के आवेदन पत्र ज्यादा से ज्यादा भरवाये जाने हेतु प्रबन्धक अपने मदरसे के प्रधानाचार्य को आदेशित करे कि मदरसा आधुनिकीकरण से अच्छादित मदरसों में समस्त पात्र छात्रों के आवेदन पत्र भरवाये ।
इस दौरान मदरसा आधुनिकीकरण शिक्षकों ने वर्ष 2017 से वर्ष 2020-21 तक पिछले पांच वर्षो से केन्द्र का मानदेय न मिलने पर अपनी पीड़ा व्यक्त की और कहा कि वेतन ना मिलने से मदरसा आधुनिकीकरण शिक्षक भुखमरी की कगार पर है उन्होंने जल्द ही शासन से वेतन दिलाए जाने की मांग की। इस दौरान उपनिदेशक अल्पसंख्यक कल्याण एवं वक्फ बोर्ड मो तारिक में कहा कि आप लोगों की परेशानी सही है लेकिन आपको भी एक बात समझने की जरूरत है कि जो छात्र आप के मदरसे में पढ़ रहे हैं वह समाज के सबसे निचले स्तर से है, उन्हें शिक्षित करना आपका दायित्व है , अगर मदरसे में छात्र ही नहीं होंगे तो आपको कौन पूछेगा आप छात्रों से है, अगर छात्र हैं तो आप हैं। इस अवसर पर जिला अल्पसंख्यक कल्याण अधिकारी विपिन कुमार यादव ने कहा कि शिक्षक को अपनी जिम्मेदारी समझने की आवश्यकता है शिक्षक ही समाज को मुख्यधारा से छात्रों को जोड़ने का कार्य करता है।इस अवसर पर संजय सिंह वक्फ इंपैक्टर, प्रधानाचार्य तजम्मुल हुसैन, अरशद खान, मो आरिफ खान, दीपक , अमीरूल हसन, पुष्पा शर्मा, मौलाना रफि, मो नाजिम, श्रीमती रागनी शर्मा, फिरोज, पं0 शिवाकांत , तबरेज खान, रमजान खान, श्रीमती अर्चना, कदीम अहमद, अशरफ अली, इमरान खान, मो कामरान, एजाज, अफजाल, परवेज, शाकिर, सहित अन्य मदरसों के अध्यापक मौजूद रहे। संचालन अलीम अहमद खान ने किया ।